कड़ी मेहनत कुछ कर गुजरने की चाह दिन रात मेहनत कर दिया था परीक्षा। मगर चंद पैसो के लिए यू छात्र छत्राओं के भविष्य के साथ खेल गए ये जी हाँ मात्र 8 हजार में उन कॉपियों को बेच दिया गया जिसमें कई छात्र का भविष्य बंद था। शनिवार को एस एस बालिका विद्यालय से 42 हजार कॉपियों को खोज निकाला गया जिसमें छात्रों का भविष्य है।
दुकानदार व ऑटो चालक को ले जाती पुलिस |
हैरान करने वाली बात ये है कि 3 साल तक इन कॉपियों को सहेज रखने का नियम है परंतु इसके परिणाम घोषित होने से पहले ही बेच दिया गया। कॉपी घोटाले में शामिल उन सभी दोषियों को जेल भेज दिया गया है जिसने 42 हजार छात्र की भविष्य के साथ खेलवाड़ किया। कबार वाले और जिस ऑटो से कॉपी को ले जाया गया उन सभी दोषियों को शालाखो के पीछे भेज दिया गया है।
एपी राशिद जमा ने दावा किया है कि मूल्यांकन के बाद ही कॉपियों को कबार के भाव मे बेच दिया गया था। बिहार बोर्ड इस बार कॉपी घोटाले को लेकर चर्चा में आया है। पांच दिन बाद इसका भंडा फोर हो गया हैं। जांच के दौरान यह भी खुलासा हुआ है, की विद्यालय में 2016 व 2017 की कॉपिया भी रखी हुई थी।
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